तारीख | आयोजन | समय |
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दि. 7 सितंबर 2024, शनिवार | गणेश जी का आगमन | सुबह 8:30 बजे |
दि. 7 सितंबर 2024, शनिवार | गणेश जी की प्राणप्रतिष्ठापना | सुबह 11:11 बजे |
दि. 7 सितंबर 2024, शनिवार | जटोली शिव मंदिर की विद्युत रोषनाई का उद्घाटन | शाम. 7 बजे |
दि. 7 सितंबर 2024, शनिवार | गणेश याग प्रारम्भ २०२४ | दोपहर 1 बजे |
दि. 8 सितंबर 2024, रविवार | 31000 माता बहनों का सामुदायिक अथर्वशीर्ष पठण | प्रातः 6 बजे |
दि. 8 सितंबर 2024, रविवार | हरी जागर | रात 9 से 1 बजे तक |
दि. 8 सितंबर 2024, रविवार | दैनिक अभिषेक पूजा | सुबह 7 से शाम 5 बजे तक |
दि. 9 सितंबर 2024, सोमवार | सामुहिक सूर्यनमस्कार | सुबह 6 बजे |
दि. 10 सितंबर 2024, मंगलवार | सामुदायिक अग्निहोत्र यज्ञ | प्रातः 6 से 7 बजे तक |
दि. 14 सितम्बर 2024, शनिवार | मंत्र जागर ( भागवत एकादशी ) | दोपहर 3 से 5 बजे तक |
दि. 16 सितम्बर 2024, सोमवार | सत्यविनायक पूजा | शाम 5 से 6 बजे तक |
दि. 16 सितम्बर 2024, सोमवार | हल्दी-कुमकुम | शाम 6 से 8 बजे तक |
दि. 17 सितंबर 2024, मंगलवार | मंगलमूर्तीची वैभवशाली विसर्जन मिरवणूक | शाम 4 बजे |
श्रीदगडूशेठ हलवाई गणपती यह भक्तों के लाडले भगवान हैं । श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपती को पुणे शहर के गौरव का उच्चतम स्थान माना जाता है । हर साल भारत भर के और देश विदेशों के अनगिनत भक्त इस भगवान के दर्शन पाने के लिये आते हैं ।
श्री दगडूशेठ हलवाई गणपती यह मंदिर भक्तों के आदर और भक्ती का स्थान तो है ही, पर इतना ही नहीं, बल्कि समाज-सेवा और संस्कृति-संवर्धन के लिए प्रयत्नशील रही हुई एक महत्त्वपूर्ण संस्था के रूप में भी लोग इसे जानते हैं । ’श्री दगडूशेठ हलवाई गणपती मंदिर ट्रस्ट’ इस नाम से यह संस्था कार्यरत है । इस मंदिर के पीछे एक बहुत बडी और वैभवशाली परंपरा रही है ।
कई साल पहले अपना इकलौता बेटा प्लेग में खोने के बाद श्रीमंत दगडूशेठ और उनकी पत्नी लक्ष्मीबाई, इन दोनों ने इस गणेश मूर्ती की स्थापना की थी । उसके बाद अब हर साल ना केवल श्री दगडूशेठ का परिवार बल्कि आसपास के सभी लोग भाव-भक्ती से और बडे जोश के साथ गणेशोत्सव मनाते रहे ।